धूम्रपान
धूम्रपान -×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×- लोग होते हैं कितने नादान, जो करते हैं धूम्रपान। धुएं के छल्ले उड़ाने में, समझते हैं अपनी शान। फेफड़े गलाकर, कैंसर बुलाकर, गवां देते अपनी जान। धूम्रपान पहुंचाता श्वसन तंत्र को नुकसान, इसलिए हे देशवासियों सावधान। इसका त्याग करोगे आज ही, अभी अपने मन में लो ठान। -×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×- मनोज कुमार अनमोल रतापुर, रायबरेली उत्तर प्रदेश