हिंदी हमारी मातृभाषा
हिंदी हमारी मातृभाषा,
हिंदी हमारी शान है।
इसकी बदौलत विश्व में,
अपनी अलग पहचान है।
पांच उपभाषाएं हैं जिसकी,
अट्ठारह है बोलियां।
बावन वर्णों से सजी है,
स्वर-व्यंजनों की टोलियां।
लिपि है जिसकी देवनागरी,
देव भाषा का अनुवाद है।
है अनेकों इसकी विधाएं,
जन पढ़ लेते स्वाद है।
हिंदी हमारी मातृभाषा,
हिंदी हमारी शान है।
इसकी बदौलत विश्व में,
अपनी अलग पहचान है।।
आओ दृढ़ संकल्प कर लें,
हम सदा ही बोलेंगे।
जो बोलते विदेशी भाषा,
उनके नेत्र खोलेंगे।
सहज सरल है अपनी भाषा,
रस की तो ये खान है।
हम सब भारतीयों को,
निज भाषा पर अभिमान है।
हिंदी हमारी मातृभाषा,
हिंदी हमारी शान है।
इसकी बदौलत विश्व में,
अपनी अलग पहचान है।।
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मनोज कुमार 'अनमोल'
💐रायबरेली💐
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