जल ही जीवन

        जल ही जीवन
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जल ही जीवन, जल ही जान,
जल के बिना, दुनिया वीरानl
इसके बिना ना, वन-उपवन,
   उगेगा ना, खेतों में अन्नl  
जल ही अमृत, जल ही प्राण, 
जल के बिना, दुनिया सुनसानl
इसके बिना ना, पशु और खग,
    निर्जन हो जाएगा जगl 
जल ही जीवन, जल ही जान,
जल के बिना, दुनिया श्मशानl
    पानी है अनमोल रतन, 
इसे बचाओ, मिल सब जनl
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     मनोज कुमार 'अनमोल'
        रतापुर, रायबरेली 
          (उत्तर प्रदेश)

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