हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। चित्त कलुषता दूर करो, मेधा में प्रवीण करो, जो टूट रहे हैं स्वर मेरे, उनमें नव गति भर दो। हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। दुर्गुण पापों को दूर करो, जो लक्ष्य चुने वह पूर्ण करो, प्रगति मार्ग पर बढ़ता जाऊं, उत्साह हृदय में भर दो। हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। दंभ, लोलुपता दूर करो, पथ कांटों को फूल करो, सो रहे भाग्य को मैया मेरे, तुम जागृत कर दो। हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। ********* मनोज कुमार 'अनमोल' रतापुर, रायबरेली (उत्तर प्रदेश)
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