जलपरी

         जलपरी
-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-
मैं हूं जलपरी, मैं हूं जलपरी।
आधी स्त्री, आधी शफरी,
बैठी हूं शैवालों की हरी दरी,
ये सरिता जीव-जंतु से बहुत भरी,
कूड़े की मत फेंको इसमें गठरी, 
यह लघु मीन है मेरी संतरी,
निर्मल यौवन से मस्त भरी,
मैं हूं जलपरी, मैं हूं जलपरी।
-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-
  मनोज कुमार अनमोल 
     रतापुर, रायबरेली 
       (उत्तर प्रदेश)

Comments

Popular posts from this blog

अकेले हम, अकेले तुम

सरस्वती वंदना

हिन्दी पहेलियाँ