जलपरी

         जलपरी
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मैं हूं जलपरी, मैं हूं जलपरी।
आधी स्त्री, आधी शफरी,
बैठी हूं शैवालों की हरी दरी,
ये सरिता जीव-जंतु से बहुत भरी,
कूड़े की मत फेंको इसमें गठरी, 
यह लघु मीन है मेरी संतरी,
निर्मल यौवन से मस्त भरी,
मैं हूं जलपरी, मैं हूं जलपरी।
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  मनोज कुमार अनमोल 
     रतापुर, रायबरेली 
       (उत्तर प्रदेश)

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