शायरी

शायरी 
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तेरी यादें मुझे पल-पल सताती हैं, 
दिल रोता है ऑंखें डब-डबाती हैं।
तेरे बिछड़ने के डर से रूह घबराती है,
गिरते अश्कों से तेरी तस्वीर बन जाती है।
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मनोज कुमार अनमोल 

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