शायरी

शायरी 
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कहाँ चल दिए तुम मुस्कुरा कर?
नजरों से नज़रे मिलाकर।
मैं खिलाऊंगा तुम्हें कमाकर,
साथ छोडूंगा ना तुम्हें अपनाकर।
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मनोज कुमार अनमोल 

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