आकर मुझसे ले-ले गुलाब
आकर मुझसे ले-ले गुलाब
----------------------------------
मनुज कोई ऐसा नायाब,
जो ना हो चरित्र का खराब।
झाड़े ना किसी पर रुआब,
पीता ना हो सिगरेट, शराब।
सूरत हो जिसकी लाजवाब,
आकर मुझसे ले-ले गुलाब।
--‐-------------------------------
मनोज कुमार अनमोल
Comments
Post a Comment