एक शख़्स दिल में गया है उतर

एक शख़्स दिल में गया है उतर
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एक शख़्स दिल में गया है उतर,
जिसे देखकर मैं गई हूँ निखर।
ज़िन्दगी गुजरेगी पहले से बेहतर,
मन की नीरवता में गूँजेगा स्वर।
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मनोज कुमार अनमोल 

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