बढ़ रही रावणों की जमात

बढ़ रही रावणों की जमात
-------------------------------------------------
बढ़ रही रावणों की जमात, 
आए दिन करते रक्तपात।
हमला करते लगाकर घात, 
अपहरण करते हैं बलात्।
एक दिन मिलेगी इनसे निजात,
अंधेरे के बाद होता सुप्रभात।
भू पर राम जन्मेंगे अकस्मात्, 
विभीषण संग मिलकर करेंगे भस्मसात्।
-------------------------------------------------
मनोज कुमार अनमोल 

Comments

Popular posts from this blog

अकेले हम, अकेले तुम

हिन्दी पहेलियाँ

सरस्वती वंदना