तेरे इश्क़ का ज़हर

तेरे इश्क़ का ज़हर
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तेरे इश्क़ का ज़हर,
फैला है इस कदर।
बर्बाद हो रहा है शहर, 
अब तो ज़ालिम जा तू ठहर।
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मनोज कुमार अनमोल 

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