हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। चित्त कलुषता दूर करो, मेधा में प्रवीण करो, जो टूट रहे हैं स्वर मेरे, उनमें नव गति भर दो। हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। दुर्गुण पापों को दूर करो, जो लक्ष्य चुने वह पूर्ण करो, प्रगति मार्ग पर बढ़ता जाऊं, उत्साह हृदय में भर दो। हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, तम से भरे पथ को मेरे, आलोकित कर दो। दंभ, लोलुपता दूर करो, पथ कांटों को फूल करो, सो रहे भाग्य को मैया मेरे, तुम जागृत कर दो। हे मां सरस्वती, वर दो, वर दो, ...
अकेले हम, अकेले तुम -×-×-×-×-×-×-×-×-×-×- अकेले हम, अकेले तुम, जहां ना कोई हो सनम। तुम मेरे पास आ जाओ, मुझसे इतना ना घबराओ, मैं तुमसे प्यार करता हूं, हर घड़ी याद करता हूं, ना होगा प्यार मेरा कम, अकेले हम, अकेले तुम, जहां ना कोई हो सनम। तुम मेरी बांहों में आ जाओ, मुझसे इतना ना शरमाओ, तुम मेरी जान हो दिलबर, ये दिल कुर्बान है तुझ पर, मैं चाहूंगा तुम्हें हरदम, अकेले हम, अकेले तुम, जहां ना कोई हो सनम। -×-×-×-×-×-×-×-×-×-×- मनोज कुमार 'अनमोल' रतापुर, रायबरेली (उ0 प्र0)
अपना भारत देश महान ----------------------------------- जय जवान, जय किसान, अपना भारत देश महान। तिरंगा है इसकी शान, तन-मन-धन इस पर क़ुर्बान। आओ करें इसका बखान, जग में सदा रहे देदीप्यमान। ---------------------------------- मनोज कुमार अनमोल
Comments
Post a Comment