हे दीनों के दीनदयाल
हे दीनों के दीनदयाल
--------------------------------
हे दीनों के दीनदयाल,
हे मुरलीधर, नन्द गोपाल।
माखन, मिश्री लेकर थाल,
बैठी राधा है बेहाल।
दर्शन दो उसको तत्काल,
कष्ट हरो, करो निहाल।
--------------------------------
मनोज कुमार अनमोल
Comments
Post a Comment