हे जगदम्बा, हे जग जननी

हे जगदम्बा, हे जग जननी 
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हे जगदम्बा, हे जग जननी,
तुम ही हो विघ्नों की हरनी।
हे सत्य स्वरुपा, असुर मर्दनी,
दूर करो दु:खों की रजनी।
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मनोज कुमार अनमोल 

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